कोलकाता में खोजे रेप पीड़िता के परिजन, किया सुपुर्द #NareshParas

 
द सी एक्सप्रेस 31.1.14 
नरेश पारस की पहल पर आखिरकार रेप पीड़िता किशोरी के परिजन मिल ही गए। आगरा बुलाकर पुलिस के माध्यम से किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। कोलकाता के इकबालपुर निवासी एक किशोरी को पड़ौस की रहने वाली अम्बिया नामक महिला काम दिलाने के बहाने घर से ले आई थी उसने उस किशोरी को दिल्ली में अन्य दूसरी महिला को बेच दिया गया। किशोरी को मेरठ में भी बेचा गया। मेरठ के बाद  उस महिला ने किशोरी को आगरा के पांच युवकों को दस हजार में बेच दिया। पांचों लोग उस किशोरी को कार में बैठाकर अज्ञात स्थान पर ले गए। वहां लोगों ने कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ पांचों लोगों ने बारी-बारी से गैंगरेप किया। गैंगरेप के साथ-साथ उसकी अश्लील फिल्म भी बनाई। पांचों लोगों ने रात भर किशोरी से दुराचार किया। किशोरी ने बताया कि दुराचार से पूर्व किशोरी का मेकअप भी किया था। सुबह होते ही उसे नशीली चाय पिलाकर उसे आॅटों में बैठाकर बस स्टेंड पर छोड़ दिया गया। बस स्टैण्ड से किशोरी पुलिस तक पहुंची.।
दैनिक जागरण आगरा 15.2.14 
किशोरी को आश्रय गृह भेजकर पुलिस भूल गई.उसका मेडिकल भी नहीं कराया गया. नरेश पारस ने प्रशासन से सम्पर्क कर कहा कि अभी तक किशोरी का मेडीकल क्यो नहीं हुआ है तो उन्होंने का कि कोई पुलिस कर्मी नहीं आया है। नरेश पारस ने किशोरी का जिला महिला चिकित्सालय में मेडीकल कराया।

      नरेश पारस ने कहा कि नियमानुसार पीड़ित किशोरी को 24 घंटे के अंदर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए। उसका मेडीकल कराना चाहिए। महिला थाने में चार दिन तक किशोरी को बैठाना अनुचित है। किशोरी के अभी तक पुलिस ने बयान दर्ज नहीं किए हैं। यह किशोर न्याय अधिनियम का उल्लंघन है। नरेश पारस ने एसएसपी से मांग की है किशोरी का बयान दर्ज कराया जाए। किशोरी कोलकाता से लाने वाली महिला सहित दो अन्य लोगों के मोबाईल नबंर बता रही है। पुलिस ने उन्हें भी ट्रेस नहीं किया है। उन नंबरों को सर्विलांस पर लगवाकर आरोपियों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। किशोरी के साथ हुई घटना से आशंका जताई जा रही है कि शहर में अश्लील फिल्म बनाने वालों का गैंग सक्रीय है। इसका भंडाफोड़ किया जाना जरूरी है। इस पूरे मामले को नरेश पारस राष्ट्रीय बाल आयोग तथा अन्य ऐजंसियों को भेजा ।

नरेश पारस ने इस संबंध में कोलकाता के थाना इकबालपुर से संपर्क किया। इकबालपुर थाने में इस किशोरी की कोई रिपोर्ट ही दर्ज नहीं थी। नरेश पारस ने कोलकाता की संस्था सीपीसीआरसी से संपर्क किया। सीपीसीआरसी ने किशोरी के माता पिता से संपर्क किया तथा किशोरी के आगरा होने की जानकारी दी। किशोरी के परिजनों ने नरेश पारस से संपर्क किया लेकिन किशोरी के परिजनों के पास आगरा आने के लिए पैसा नहीं था। कोलकाता के सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से आगरा भेजने का बंदोबस्त कराया। 
पुष्प सवेरा आगरा 15.2.14 

सच का उजाला आगरा 15.2.16 


कोलकाता के सामाजिक कार्यकर्ता मुश्ताक अहमद, शौकत अली तथा परवेज अली किशोरी के माता पिता को आगरा लेकर आए। नरेश पारस ने उनकी मुलाकात किशोरी से कराई। मां-बाप को देखकर किशोरी रोती हुई दौड़कर आई और माता-पिता से लिपटकर रोने लगी। बेटी को रोते देख किशोरी के माता-पिता भी खूब रोए। यह देखकर मौजूद महिला पुलिसकर्मी भावुक हो उठी। कानूनी लिखा-पढ़ी के बाद किशोरी को उनके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया.
अमर उजाला आगरा 15.2.16 

हिंदुस्तान आगरा 15.2.16 





द सी एक्सप्रेस 15.2.14 

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