चार अनाथ मुस्लिम बच्चों की परवरिश #NareshParas
आगरा के राजनगर लोहामंडी रेलवे लाइन के पास 15 परिवार झुग्गियां बनाकर रहते हैं। इनमें से महरूननिशा नामक एक विधवा मुस्लिम महिला अपने चार बच्चों के साथ रहती थी। वह घरों में झाड़ू पोछा करके अपने बच्चों का पेट पालती थी। उसका सबसे बड़ा लड़का सोनू 11 वर्ष का तथा सबसे छोटी लड़की पांच वर्ष की थी। उसे टीबी की बीमारी ने घेर लिया। उसकी देखभाल करने वाला कोई न था। ऐसे में नरेश पारस ने महरून निशा को आगरा की टीबी अस्पताल में भर्ती कराया और उसकी देखभाल की। उसके फेफड़े पूरी तरह से खराब हो चुके थे। नरेश पारस पूरी लगन से उस मुस्लिम महिला की देखभाल करते रहे। बच्चों का राजनगर सरकारी विद्यालय में दाखिला करा दिया। उस परिवार की जरूरतें भी पूरी करते रहे। करीब एक साल लंबे इलाज के बाद महरून निशा की मौत हो गई। ऐसे में नरेश पारस उन तीनों बच्चों की अपने स्तर से देखभाल कर रहे हैं। अब उन बच्चों को मदरसे में भेजने का प्रयास कर रहे हैं।
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