अस्पताल में पड़े अज्ञात का खोजा परिवार, भेजा घर #NareshParas

अस्पताल में पड़े अज्ञात का खोजा परिवार, भेजा घर 


सड़क पड़े घायल व्यक्ति को पुलिस अस्पताल तो पहुंचा देती है लेकिन उसके परिवार को खोजने में दिलचस्पी नहीं लेती है.स्वस्थ हो जाये तो स्वयं घर पहुँच जाता है यदि मृत्यु हो जाये तो अज्ञात में लाश फूँक दी जाती है.ऐसे ही एक लावारिश को नरेश पारस ने उसके घर भिजवा दिया, जिसे बदमाशों ने मारपीट कर घायल कर दिया था, जिसकी टांग टूट गई थी पुलिस ने उसे आगरा के एस एन अस्पताल में भर्ती करा दिया और भूल गई.

आगरा के एस एन मेडिकल के इमरजेंसी में एक व्यक्ति दस दिनों से भर्ती था.नरेश पारस इससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम राजू तथा पिता का नाम मेवाराम है.यह म्यूरा मोड़ गाँव, पोस्ट बिलग्राम, जिला हरदोई बताया. पत्नी का नाम शांति बताया. अपने तीन बच्चे  रौशनी (6 वर्ष), भूरा (3 वर्ष) तथा गीता (डेढ़ वर्ष) बताये. गाँव के प्रधान का नाम जेई कर्ण सिंह यादव बताया.राजू काम करने राजस्थान जा रहा था रास्ते में उसने बदमाशो ने घेर लिया.उसे मारा पीटा गया, जिससे उसकी हड्डी टूट गई.अधमरा छोड़कर भाग गए.पुलिस ने राजू को एस एन अस्पताल में भर्ती करा दिया.
नरेश पारस ने इसकी सूचना सूचना सोशल मीडिया अपर अपलोड कर लोगों से मदद मांगी.ट्विटर पर हरदोई पुलिस ने संपर्क कर राजू के परिवार तक खबर भिजवाई.यूपी पुलिस मुख्यालय ने हरदोई पुलिस को आदेश दिए.हरदोई पुलिस राजू के परिवार तक पहुँच गई और सूचना दे दी.परिजन आगरा आकर राजू को घर ले गए. नरेश पारस ने राजू को एम्बुलेंस द्वारा उसके घर भिजवा दिया.राजू परिवार में आकर बहुत खुश हुआ.राजू के परिजन उसे काफी समय से खोज रहे थे.




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