बिहार के वृद्ध के आगरा में ट्रेन से कटे पैर, घर भेजा #NareshParas


बिहार में अपने परिवार के साथ वृद्ध दशयी 

हादसों में अक्सर अपने बिछुड़ जाते है.यदि हादसा किसी दूसरे शहर में हुआ हो तो घायल व्यक्ति अपनी सुध-बुध खो बैठता है.ऐसे में पुलिस ठीक तरह से पैरवी करे तो परिवार मिलने में आसानी हो जाती है वर्ना पीड़ित व्यक्ति की जान पर बन आती है.ऐसा ही एक मामला आगरा में आया.एक व्यक्ति का पैर ट्रेन से कट गया.पुलिस ने उसे आगरा के एस एन अस्पताल में भर्ती करा दिया.व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर था.वह बिहार का रहने वाला था इसलिए उसकी भाषा भी समझने में दिक्कत हो रही थी.इसलिए अज्ञात के रूप में उसका इलाज चल रहा था.उसकी देखभाल करने वाला कोई न था.नरेश पारस ने जब उससे बात की तो उसने टूटी-फूटी भाषा में अपना पता बताया.नरेश पारस ने बिहार पुलिस की मदद से उसके परिवार को खोज निकाला और उसके परिवार को आगरा बुलाकर उनके सुपुर्द करा दिया.
आगरा के एस एन अस्पताल में लावारिस अवस्था में इलाज के दौरान वृद्ध 

परिवार का पता चलने पर आगरा से अपने बेटे से बात करते वृद्ध दशयी

      7 जून को आगरा यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन पर एक साठ वर्षीय वृद्ध की दुर्घटना हो गई थी जिसमे उसके पैर कट गए.उसे लावारिश हालत में आगरा के एस एन अस्पताल में भर्ती करा दिया था.गंदगी होने के कारण उसके पास कोई जा नहीं रहा था. कई दिन इलाज होने के बाद भी उसके परिवार का कोई पता न चल सका.जब उसे होश आया तो नरेश पारस ने उससे पूछताछ की तो उन्होंने बिहारी भाषा में अपना पता बताया जो किसी को समझ नहीं आ रहा था. बताये गए अस्पष्ट पते पर माथापच्ची करके आखिर इनके परिवार को खोज ही लिया.उन्होंने अपना नाम दशयी महते बताया.वह बेतिया (बिहार) जिले के थाना मझौलिया, बथना गाँव का रहने वाला है.अपने बेटों के नाम उमेश, मंगल और धुमला बताया.नरेश पारस ने बिहार के बेतिया जिले के एसपी से संपर्क कर पूरी जानकारी फोटो सहित भेजी.एसपी ने मझौलिया थाने से पुलिस ने बताये पते पर संपर्क किया तो वृद्ध का बेटा मिल गया.पुलिसे ने बेटे उमेश से नरेश पारस की बात करायी.नरेश पारस ने पूरी जानकारी देते हुए उनको आगरा बुलाया.
आगरा के एस एन अस्पताल में अपने पिता को दूध पिलाता उमेश.

आगरा के एस एन अस्पताल में अपने बेटे और दामाद के साथ वृद्ध दशयी 

पिता के कटे पैर को देखकर रोता हुआ उमेश 
        वृद्ध के बेटे और दामाद इन्हें लेने आगरा आ गए.नरेश पारस उनको वृद्ध के पास लेकर पहुंचे और उनसे पुछा इनको आप जानते हैं ? वृद्ध ने ऊपर देखा तो अपने सामने बेटे को देखकर पहले तो वह समझ नहीं पाया.लेकिन जैसे उसे विश्वास हुआ तो वह अपने बेटे को देखकर रो पड़े,बेटा भी पिता की हालत देखकर रोने लगा.फिर दोनों आपस में गले मिलकर खूब रोये.वहां मौजूद सभी की ऑंखें भर आई.उमेश ने बताया कि ये अपनी बेटी से मिलने उसके ससुराल गए थे.लेकिन रास्ते में हादसा हो गया.नरेश पारस ने एम्बुलेंस के माध्यम से उसे घर भिजवा दिया.
उमेश - 72503222412 
अपने परिवार बीच वृद्ध दशई 

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